राजनीति विज्ञान

Que : 7. भारत विभाजन के चार कारण लिखिये।

Answer:उत्तर- भारतीय इतिहास में देश का विभाजन एक बड़ी त्रासदी थी।
इसके मुख्य कारण थे-
(अ) मुस्लिमों में द्विराष्ट्रवाद की भावना-(राष्ट्रीय आन्दोलन के प्रारंभिक काल में एक भारतीय राष्ट्र की स्थापना की भावना प्रभावशाली थी। जैसे-जैसे आन्दोलन ने अपनी शक्ति और प्रभाव दिखाना प्रारंभ किया इससे मुस्लिम लीग एवं जिन्ना के मन में अपने लिये भी एक राष्ट्र की स्थापना जाग्रत हुई। यहीं से द्विराष्ट्रवाद के सिद्धांत को बल मिला। जिन्ना कहने लगे कि हिन्दू और मुसलमान धर्म, जाति, इतिहास, नियम कायदों से पूर्णत: अलग-अलग जातियाँ हैं अतः दोनों को अपना देश स्थापित करने का अधिकार मिलना चाहिये।
(ब) अंग्रेजों द्वारा मुसलमानों की सांप्रदायिक भावना को बढ़ावा-(अंग्रेज, हिन्दू और मुसलमानों में एकता और समन्वय नहीं चाहते थे। अत: राष्ट्रीय आन्दोलन को कमजोर करने हेतु फूट डालो और राज्य करो की नीति अपनाते हुए न केवल दो राष्ट्रों के सिद्धान्त का समर्थन किया वरन् चुनावों में भी अल्पसंख्यकों के नाम पर छूट देकर उन्हें उकसाना शुरू किया।
(स) कांग्रेस की तुष्टीकरण की नीति-(कांग्रेस विशेषकर गाँधीजी मुसलमानों के प्रति अधिक उदार थे वे राष्ट्रीय आन्दोलन में साम्प्रदायिक दरार न आ सके इसके लिये कई बार लीग की अनुचित माँग के प्रति तुष्टिकरण की नीति अपनायी। फलतः मुस्लिम लीग अधिक मुखर होकर पाकिस्तान की स्थापना के लिए देश का विभाजन करने की माँग करने लगे।
(द) आंतरिक सरकार में मुस्लिम लीग को शामिल करना- (भारत सरकार के रूप में नेहरू के नेतृत्व में बनी अंतरिम सरकार में मुस्लिम लीग को भी आमंत्रित किये जाने से कांग्रेस में भारी मतभेद बढ़ा जिसके कारण हिन्दू-मुस्लिम दंगों को रोकने में काफी कठिनाई आई। इससे मुस्लिम भारत के विभाजन के लिये अड़ गयी और कांग्रेस को भी विभाजन स्वीकार करना पड़ा।


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