Q.63: राज्य पुनर्गठन आयोग के गठन और संस्तुतियों की चर्चा कीजिए।
Answer: उत्तर- राज्य पुनर्गठन :
गठन :- 29 दिसम्बर 1953 में भाषायी आधार पर राज्यों के पुनर्गठन पर विचार करने के लिए राज्य पुनर्गठन आयोग के गठन की घोषणा की गयी।
इसका अध्यक्ष उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति फजल अली को बनाया गया। हृदय कुंजरू तथा के.एम. पणिक्कर को इस आयोग का सदस्य बनाया गया।
राज्य पुनर्गठन की प्रमुख संस्तुतिया निम्नलिखित है:
(1) पुर्नगठन में राष्ट्रीय एकता को सर्वोच्च प्राथमिकता।
(2) एक भाषा एक राज्य के विचार से असहमत।
(3) भाषायी एकरूपता प्रशासकीय कर्मठता में सहायक ।
(4) पुनर्गठन में भाषायी एकता पर ध्यान दिया जाय ।
(5) केरल, कर्नाटक, मध्यप्रदेश के नये राज्यों की स्थापना।
(6) केरल, कर्नाटक मध्यप्रदेश के नये राज्यो की स्थापना।
(7) मद्रास, राजस्थान, उत्तरप्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, असम और उड़ीसा का यथावत् अस्तित्व ।
(8) त्रिपुरा, असम से शामिल नहीं।
(9) महाराष्ट्र में मराठी भाषी क्षेत्र और गुजरात से गुजराती भाषी क्षेत्र शामिल । क्षेत्रीय परिषदों की स्थापना ।
(10) जहां राज्य पुनर्गठन आयोग ने 16 राज्यों और 3 केन्द्रशासित क्षेत्रों की संस्तुति की थी वही अधिनियम 14 राज्य और 6 केन्द्रशासित क्षेत्रों की स्थापना हेतु संस्तुति की गयी।
(11) संविधान में वर्णित राज्यों का चार पक्षीय वर्गीकरण (A, B, C और D) को समाप्त किया जाये और सभी राज्यों को समान दर्जा प्रदान किया जाये।