राजनीति विज्ञान

Que : 22. क्षेत्रीय असंतुलन के संकेतक लिखिये।

Answer:उत्तर- क्षेत्रीय असंतुलन से तात्पर्य है देश के विभिन्न हिस्सों के आर्थिक व भौतिक विकास में अन्तर जब विभिन्न कारणों से किसी देश के विभिन्न हिस्सों में यह अन्तर दिखाई देता है तो ये क्षेत्रीय असंतुलन कहलाता है क्षेत्रीय असंतुलन के संकेतक निम्नलिखित हैं
(1) आर्थिक विकास में अन्तर-देश के विभिन्न राज्यों में प्रति व्यक्ति की आय राष्ट्रीय आय की तुलना में कम या अधिक का अन्तर आर्थिक असंतुलन का प्रमुख संकेतक माना जाता है। जैसे बिहार, झारखंड, म.प्र. राजस्थान, उ. प्र. के राज्यों की प्रति व्यक्ति आय महाराष्ट्र, गुजरात, पंजाब जैसे राज्यों से बहुत कम पायी जाती है। आय का यह अंतर जीवन स्तर के उतार-चढ़ाव को दर्शाता है।
(2) औद्योगिक विकास में अन्तर-औद्योगिक विकास की दृष्टि से महाराष्ट्र, गुजरात, पंजाब, तमिलनाडु अधिक विकसित राज्य हैं। यहाँ प्रति व्यक्ति आय भी अन्य राज्यों की तुलना में अधिक है। अन्य राज्य औद्योगिक विकास में पिछड़े राज्य हैं।
(3) संपत्ति का असमान वितरण-उद्योगपतियों के पास जहाँ आय संपत्ति है वहीं उनके यहाँ के कामगार व अन्य जनसाधारण के पास संपत्ति कम हैं और वे अभावग्रस्त होते हैं।
(4) साक्षरता में अंतर-भारत में राज्यों के बीच साक्षरता का प्रतिशत भी असन्तुलन पैदा करता है। एक ओर केरल जैसा राज्य है, जो शत् प्रतिशत साक्षर है। दूसरी ओर उत्तर प्रदेश, बिहार जैसा राज्य है जहाँ साक्षरता का प्रतिशत 48 तक है। इससे रोजगार प्राप्ति के अवसरों में अन्तर आता है और आय भी उसी अनुपात में कम ज्यादा होती है।
(5) जीवन स्तर में अन्तर–प्रति व्यक्ति की आय भी जनसाधारण के जीवन स्तर के अन्तर को बढ़ाती है। कम आय होने से व्यक्ति का जीवन स्तर निम्न होता है व आवश्यकता की पूर्ति करना कठिन हो जाता है।


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